Paris Paralympics 2024: प्रवीण कुमार की उड़ान ने दिलाया भारत को गोल्ड, पेरिस पैरालंपिक में हाई जंप में जीता गोल्ड पदक

Paris Paralympics 2024: गाजियाबाद, जो दिल्ली के निकट स्थित है, के पैरा एथलीट प्रवीण कुमार ने लगातार दूसरे पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने पहले टोक्यो पैरालंपिक में इसी इवेंट में रजत पदक जीता था और इस बार उन्होंने अपने पदक का रंग भी बदलकर स्वर्ण पदक हासिल किया है।

पेरिस पैरालंपिक खेल 2024 में भारत ने छठा स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। भारतीय एथलीट प्रवीण कुमार ने पुरुषों की हाई जंप T64 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीतकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। प्रवीण ने इस प्रतियोगिता के फाइनल में 2.08 मीटर की ऊँचाई पर कूदकर यह स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

इसके साथ ही, प्रवीण ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में अपने पदक का रंग बदलने में भी सफलता प्राप्त की, जहाँ उन्होंने रजत पदक जीता था। प्रवीण के इस स्वर्ण पदक के साथ भारत के कुल पदकों की संख्या 26 हो गई है, और पदक तालिका में भारत पुनः 14वें स्थान पर पहुँच गया है।

पेरिस पैरालंपिक खेल 2024 में भारत ने छठा स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। भारतीय एथलीट प्रवीण कुमार ने पुरुषों की हाई जंप T64 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीतकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। प्रवीण ने इस प्रतियोगिता के फाइनल में 2.08 मीटर की ऊँचाई पर कूदकर यह स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

इसके साथ ही, प्रवीण ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में अपने पदक का रंग बदलने में भी सफलता प्राप्त की, जहाँ उन्होंने रजत पदक जीता था। प्रवीण के इस स्वर्ण पदक के साथ भारत के कुल पदकों की संख्या 26 हो गई है, और पदक तालिका में भारत पुनः 14वें स्थान पर पहुँच गया है।

शुक्रवार, 6 सितंबर को पैरालंपिक खेलों में भारत को पहला पदक प्रवीण कुमार की उत्कृष्ट कूद के माध्यम से प्राप्त हुआ। प्रवीण ने 2.08 मीटर की ऊँचाई पर कूद लगाई, जिससे उन्होंने नया एशियाई रिकॉर्ड स्थापित किया और स्वर्ण पदक भी अपने नाम किया। इस प्रतियोगिता में प्रवीण ने 5 अन्य खिलाड़ियों को पीछे छोड़ते हुए यह स्वर्ण पदक जीता।

अमेरिका के डेरेक लोकिडेंट ने 2.06 मीटर की कूद के साथ रजत पदक प्राप्त किया, जबकि दो खिलाड़ियों ने कांस्य पदक पर कब्जा किया। उज्बेकिस्तान के तैमूरबेक गियाजोव और पोलैंड के मेसिएज लेपियाटो ने 2.03 मीटर की कूद के साथ संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त किया और कांस्य पदक जीते।

पैर की समस्या से ग्रस्त प्रवीण कुमार ने हाई जंप में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। विशेष रूप से पिछले तीन वर्ष उनके लिए अत्यंत सफल रहे हैं। 2021 में उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में रजत पदक जीता था। इसके बाद, 2023 में उन्होंने हांगझू पैरा एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। हांगझू में अपने प्रदर्शन को प्रवीण ने पेरिस में भी दोहराया और पैरालंपिक चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। इस प्रकार, वह इन खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारत के छठे एथलीट बन गए।

प्रवीण की इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और पैरालंपिक चैंपियन को बधाई देते हुए कहा कि उनका संघर्ष देश के लिए सफलता का प्रतीक बना है। प्रवीण के इस स्वर्ण पदक के साथ पेरिस पैरालंपिक में भारत के मेडल्स की कुल संख्या 26 हो गई है।

भारतीय एथलीटों ने पहले ही टोक्यो पैरालंपिक में 19 मेडल्स के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पार कर लिया था। अब तक भारत ने 6 स्वर्ण, 9 रजत और 11 कांस्य पदक जीते हैं। भारत इस समय 14वें स्थान पर मजबूती से स्थित है। खेलों में अभी भी 2 दिन शेष हैं, जिससे मेडल टैली में भारत के नाम के आगे और भी पदक जुड़ने की संभावना बनी हुई है।