Mumbai: दूध, पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस सिलेंडर, मेडिकल ऑक्सीजन, खाद्यान्न, सब्जियां और खराब होने वाले सामान जैसी आवश्यक चीजें ले जाने वाले वाहनों को अनुमति दी जाएगी।
गणेश चतुर्थी के अवसर पर मुंबई-गोवा राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को रोक दिया गया है। इस पर्व के दौरान 16 टन से अधिक वजन वाले वाहनों के मुंबई-गोवा राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। 5 सितंबर से 8 सितंबर तक NH 66 पर भारी यातायात नहीं चलेगा। महाराष्ट्र सरकार के परिवहन विभाग ने गणेशोत्सव के दौरान मुंबईवासियों और यात्रियों को किसी भी असुविधा से बचाने के लिए यह निर्णय लिया है।
गणेशोत्सव के दौरान आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले वाहनों को छूट प्रदान की जाएगी। इसमें दूध, पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस सिलेंडर, चिकित्सा ऑक्सीजन, खाद्य सामग्री, सब्जियाँ और नाशवान वस्तुएँ शामिल हैं, जिन्हें ले जाने वाले वाहनों को अनुमति दी जाएगी।
गणेशोत्सव के दौरान प्रतिबंधों की अवधि और समय को समझते हैं।
यह प्रतिबंध 5 से 8 सितंबर तक दोपहर 12 बजे से रात 11 बजे तक लागू रहेगा।
इसके बाद, 11 से 13 सितंबर तक सुबह 8 बजे से रात 11 बजे तक रोक जारी रहेगी।
अंत में, 17 सितंबर से 18 सितंबर तक सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक यह रोक प्रभावी रहेगी।
ठेकेदारों को आधिकारिक निर्देश
मुख्यमंत्री के निरीक्षण दौरे के पश्चात मुंबई-गोवा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण विभाग की सक्रियता बढ़ गई है। गणेशोत्सव के अवसर पर नागोथने से कोलाड क्षेत्र में सड़कों की मरम्मत के लिए ठेकेदार दिन-रात कार्यरत हैं। चेतक कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज होने के तुरंत बाद अन्य ठेकेदारों ने तेजी से कार्य आरंभ कर दिया है।अधिकारियों ने गणेशोत्सव से पूर्व मुंबई-गोवा राष्ट्रीय राजमार्ग पर गड्ढों को भरने के लिए ठेकेदारों को कठोर निर्देश जारी किए हैं।
Mumbai – Goa Highway का फोरलेन निर्माण कार्य 2007 से आरंभ हुआ था।
17 वर्षों के बाद भी यह कार्य अधूरा है। अब तक मंत्री रवींद्र चव्हाण ने 10 से 12 बार मुंबई-गोवा हाईवे का निरीक्षण किया है। प्रत्येक निरीक्षण के दौरान कोंकणवासियों की आशाओं को बढ़ाने के लिए वादे किए जा रहे हैं।प्रत्येक चुनाव में कोंकणवासियों की आशाओं को बढ़ाने के लिए वादे किए जाते हैं।
लेकिन जब गणपति का समय आता है, तो सभी आशाएं हाईवे के गड्ढों में समाप्त हो जाती हैं। गोवा हाईवे के निर्माण में जितना समय लगा, उतने समय में तीन बुर्ज खलीफा बनकर तैयार हो गए। पिछले 17 वर्षों में हर सरकार ने गणेश उत्सव के दौरान कोंकणवासियों की उम्मीदों को तोड़ने का कार्य किया है। इस विषय पर पूरा कोंकण गणपति बप्पा के साथ एकजुट हो गया है।